रिश्वत देने के पश्चात भी रमपुरवा महनवा पंचायत स्वच्छ भारत शौचालय अभियान से निराश
Rampurwa Mahanwa Panchayet Mukhita Ramlakhan Ji |
रिश्वत देने के पश्चात भी रमपुरवा महनवा पंचायत निराश क्यों?
जिन लोगों के पास पहले से शौचालय है उनको शौचालय का 12000 रूपया लेने के लिए कम से कम 1200 से 3000 रूपया तक रिश्वत देना पड़ेगा और पहले से बना शौचालय भी स्वच्छ भारत अभियान के तहत पास कर दिया जायेगा और 12000 रूपया मिल जायेगा ! जिन के पास शौचालय नहीं है उनको भी आवेदन पत्र भरने को कहा गया और 12000 रूपया 45 दिन में दिलवाने का वादा किया गया !
गॉव के लोगों ने तुरंत आवेदन पत्र के साथ 1200 से लेकर 3000 रूपया तक वार्ड कमिश्नर को देना शुरू कर दिया गया, वार्ड कमिश्नर के पास आवेदन पत्र और रुपयों का अंबार लग गया, वार्ड कमिश्नर का कहना था कि ये सब आवेदन पत्र मुखिया रामलखन पे पास जायेगा और मुखिया रामलखन द्वारा ही ये काम पूरा किया जायेगा!
वार्ड कमिश्नर का कहना था कि हमें मुखिया रामलखन ने ही ऐसा करने को कहा है, इसलिए अगर शौचालय का 12000 रूपया सरकार से लेना है तो मुखिया रामलखन के आदेशानुसार आवेदन पत्र और रिश्वत के 1200 से 3000 रूपया तक कर दें, लोगों ने दिया और फिर शुरू हुआ इंतज़ार..........
किया हुआ वादा 45 दिन खत्म हुआ लेकिन 12000 रुपये नहीं मिला,लोगों को मिलने लगी तारीख पे तारीख, तारीख पे तारीख, कभी सीईओ साहब छुट्टी पे हैं,कभी नज़ीर की माँ मर गयी है,कभी पैसा डालने वाला आदमी छुट्टी पे है,बिच में 26 जनवरी भी आगया इस तरह से अब चार महीना पूरा होने वाला है लेकिन रमपुरवा महनवा पंचायत में जनता को शौचालय का 12000 रुपया नहीं मिला है!
जितने लोगों से रिश्वत लिया गया है उनमें बहुत सारे लोगों का आवेदन पत्र अंचल विभाग से गायब हो गया है,वार्ड कमिश्नर फिर से आवेदन पत्र ले कर जमा किया लेकिन उन लोगों का नाम अभी तक शौचालय जांच सूची में भी नहीं आया है,शौचालय सूचि में नाम आने के बाद शौचालय की जांच होगी फिर 12000 रूपया मिलने का प्रावधान है जो अभी तक नहीं हुआ है,कुछ लोगों का शौचालय जाँच हुआ है लेकिन उनको भी रूपया नहीं मिला है!गुजरते हुए दिन लोगों में निराशा पैदा कर रही है!
कुछ दिन पहले वार्ड कमिश्नर ने बताया कि जिनके शौचालय जाँच हुआ है उनका फिर से जाँच होगा तब उम्मीद की जा सकती है कि शौचालय का रूपया मिले! आप को बताता चलूँ के हौली विशेर आप के बीच में ही रहने वाली एक आवाज़ है जो लोगों के समस्याओं के बारे में लिखती है,हौली विशेर कहानी नहीं "कारण" लिखता है,"समस्या" लिखता है,अगर आप के साथ भी कोई समस्या है तो मुझ से जुड़ें और कमेंट कर के समस्या बताएं,
रमपुरवा महनवा पंचायत के लोगों में आक्रोश
झूठे वादे और एक लम्बे इंतज़ार के बाद लोगों में आक्रोश दिखाई देने लगा है,मुझे यह भी बताया गया है के रमपुरवा महनवा पंचायत के अंतर्गत बढ़ैया टोला गॉव भी आता है जहाँ के लोग कभी खतरनाक है और वार्ड कमिश्नर के साथ साथ रामलखन मुखिया की धुलाई करने की तयारी कर रहे हैं,रामलखन रमपुरवा महनवा पंचायत के मुखिया हैं जो महनवा गॉव के वाशी हैं! आज कल प्रवृत्ति है के मुखिया बनते ही स्कार्पियो कार होनी चाहिए जिस पे मुखिया का प्लेट लगा होना चाहिए लेकिन अभी तक रमपुरवा महनवा पंचायत के मुखिया के पास स्कार्पियो कार नहीं था लेकिन इसी बीच स्कार्पियो कार भी ले लिया गया है!
अब रामलखन मुखिया के पास स्कार्पियो कार है इसलिए पंचायत में कम ही रहने लगे हैं, हमेशा यही सुनने में आता है के पटना गए हैं,और यहाँ लोग अपने रिश्वत दिए गए रुपये के बदले 12000 रुपये के इंतज़ार में हैं,लेकिन अब रूपया नहीं मिलने की उम्मीद देखते हुए लोगों में काफी गुस्सा है!लोगों का ये भी कहना है कि कम से कम मेरा दिया हुआ रिश्वत का पैसा ही वापस कर दो लेकिन उनका अपना दिया हुआ रिश्वत का पैसा भी वापस नहीं मिल रहा है!
निराश लोगों में कभी आक्रोश देखने को मिल रहा है,मुझे सूत्रों से पता चला है बहुत जल्दी ही वार्ड कमिश्नर और मुखिया की पिटाई होने वाली है! इतने सारे लोगों का रुपया हजम करना आसान नहीं है इसलिए बात बिगड़ने से पहले रामलखना मुखिया को समस्या का समाधान कर लेना चाहिए,बाकी दूसरे सभी पंचायत में लोगों को स्वच्छ भारत शौचालय का रूपया मिल गया है!
अंचल विभाग का कहना है कि रामलखना मुखिया अंचल विभाग को रिश्वत नहीं दिया है इसलिये रमपुरवा महनवा पंचायत को शोचालय का 12000 रूपया नहीं दिया,अगर अंचल विभाग को रिश्वत नहीं दिया गया है तो आखिर इतने सारे रिश्वत का रूपया कहाँ गया?क्या रामलखना मुखिया अकेले ही जनता का पूरा रूपया मार लिया है?आखिर रिश्वत देने के बाद भी वादे के अनुसार लोगों को शौचालय का रूपया क्यों नहीं मिला?
पूरे चम्पारण में मुझे लगता है की सबसे भ्रष्ट अंचल मझौलिया अंचल है,हर एक काम में काफी रिश्वत देनी पड़ती है,कोई भी काम बिना रिश्वत के पूरा नहीं होता है,मैं इस लेख के माध्यम से आदरणीय नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री मोदी जी का ध्यान आकर्षित करना चाहता हूँ की मझौलिया अंचल के रिश्वतखोरी को ठीक किया जाए! इस अंचल के जनता काफी परेशान हैं! मझौलिया अंचल रिश्वतखोरी की सारी हदें पार कर चुका है!
मैं अपने लेख से माध्यम से लोगों से अनुरोध करता हूँ के अपने आक्रोश को काबू में रखें और कोई ऐसा काम न करें की आप के साथ कोई समस्या पैदा हो जाये,और मैं रामलखना मुखिया से भी अनुरोध करता हूँ के जब आप ने जनता से रिश्वत लिया है तो उनका काम भी जल्दी करें,पटना आना जाना तो लगा ही रहेगा,लोगों ने आप को मुखिया अच्छी उम्मीद से चुना है अब उन्हीं लोगों से मार खाना कुछ ठीक नहीं है! रिश्वत देने के पश्चात भी रमपुरवा महनवा पंचायत स्वच्छ भारत शौचालय अभियान से निराश लोगों को खुश कीजिए और अपने पंचायत का नाम ऊँचा किये! जैसा मैंने सुना है आप बहुत काम करने वाले ब्यक्ति हैं,आप ने समिति पद पे रह के भी बहुत काम किया है फिर ऐसी शिकायत क्यों?अभी तो आप को बहुत आगे बढ़ना है बहुत काम करना है!
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